"कौन हूँ मैं " कौन हूँ मैं ? आजकल कुछ खबर नहीं | कहीं न कहीं गुमशुदा हूँ मैं,, तलाश में इसकी दर-ब-दर हूँ मै,, कहीं खो गया हैं मेरा अस्तित्व ? या नए अस्तित्व की तलाश में दुनिया से बेखबर हूँ मैं,, कौन हूँ मैं ? इसी विचारधारा में लुप्त हूँ मैं मेरा साया भी साथ होता हैं या नहीं कभी-कभी.... बस! इन्ही ख्यालों में बैचेन हूँ मैं.. कौन हूँ मैं ? बहुत रातों से आँखों से नींदें भी गायब हैं ,,, बस! रातों में इसकी ही तलाश में लापता हूँ मैं अपने आप से | बस! अपने आप से ही रूबरू होने के कयास में हूँ मैं कौन हूँ मैं?? शायद खोज बहुत बड़ी हैं मेरी मंज़िल कुछ ओर हैं मेरी बस! मंजिल की खबर से बेखबर हूँ मैं ,, इसी की तलाश में घर से बेघर हूँ मैं ...| कौन है मैं