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बहुत आगे निकल आई हूँ मैं अब लौटना संभव नही तुम होक

बहुत आगे निकल आई हूँ मैं
अब लौटना संभव नही
तुम होकर भी मेरे दिल
दिल तुम्हारा होना संभव नही
ना नही कह रही हूँ
बस आगे नही बढ़ रही हूँ
रोककर समा अपना
तुम्हें भी रोक रही हूँ
जाओ तुम चले जाओ
अकेला मुझे छोड़ दो
राहें हो नही सकती एक हमारी
तुम अपनी राह मोड़ दो
प्रेम....करती हूँ..करती रहूँगी
इस जनम् से उस जनम् तक
हाँ....नही कह पाऊँगी..
इस जनम् से उस जनम् तक......

मी माझी.....

©Sangeeta Kalbhor
  #merikHushबहुत आगे निकल आई हूँ मैं
अब लौटना संभव नही
तुम होकर भी मेरे दिल
दिल तुम्हारा होना संभव नही
ना नही कह रही हूँ
बस आगे नही बढ़ रही हूँ
रोककर समा अपना
तुम्हें भी रोक रही हूँ

#merikHushबहुत आगे निकल आई हूँ मैं अब लौटना संभव नही तुम होकर भी मेरे दिल दिल तुम्हारा होना संभव नही ना नही कह रही हूँ बस आगे नही बढ़ रही हूँ रोककर समा अपना तुम्हें भी रोक रही हूँ #शायरी

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