किसी को दु:ख देने के लिए दो शब्द ही काफी हैं.... पता नहीं लोगो को क्यू लगता हैं कि हम उनके बराबर में नही आ सकते.... थोड़ा कोशिश भी करते हैं तो वो हमें प्रत्येक क्षण नीचे गिराने की सोचते हैं.... कोई कितना सबर करे.... कहने को तो हम भी कह सकते हैं..... थोड़ा लिहाज रख कर चलते हैं। ©अर्पिता #थोड़ा लिहाज