Nojoto: Largest Storytelling Platform

पता नही कितने घर सूने, कितनो का साया टूट गया। कितन

पता नही कितने घर सूने,
कितनो का साया टूट गया।
कितनों की गोदे सुनी हो गई,
कितनो के आँचल छूट गया।
टूट गए बो सभी खिलोने,
 जो मम्मी मेले से लाती थी।
टूट गए बो सारे सपने ,
पापा खूब सजाते थे।
harirajoriya5324

Hari Singh

New Creator

पता नही कितने घर सूने, कितनो का साया टूट गया। कितनों की गोदे सुनी हो गई, कितनो के आँचल छूट गया। टूट गए बो सभी खिलोने, जो मम्मी मेले से लाती थी। टूट गए बो सारे सपने , पापा खूब सजाते थे।

115 Views