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गुजर जाने दो कभी खामोश होकर मोहब्बत भी सामने से ह

गुजर जाने दो कभी
 खामोश होकर मोहब्बत भी सामने से
हर वक्त पास बुलाना
 मुनासिब नहीं होता

©sujeet dwivedi(logic)
  #nakhre #Gujar