खुशबू का यूँ फिजाओं मे बिखरना... हवा का यूँ मुझे छुकर गुजरना... कोई हसीन इत्तेफाक है रातो में यूँ मेरा सँवरना... यादों से ही मेरा निखरना... कोई हसीन इत्तेफाक है ख्वाबों पे कई पहरे लगाना... सपनो के ही फिर महल सजाना.. कोई हसीन इत्तेफाक है यूँ ही तेरी तारीफें करना... #Shilpa आँखो में हर पल तूझे भरना... कोई हसीन इत्तेफाक है टूटकर कर हर दम तूझे चाहना... खूद को ही फिर समेटते रहना.. हाँ कोई इत्तेफाक ही है... #इत्तेफाक #DrLove #LastLove #ShilpaSalve358