अगणित फूलों की खुश्बू लेकर आई है। चांद-तारों की रौशनी में नहाकर आई है।। साक्षात दुर्गा-लक्ष्मी की अवतार है बेटी। जीवन में खुशियों सौगात मेरे घर आई है।। नितेश सागर अगणित फूलों की खुश्बू लेकर आई है। चांद-तारों की रौशनी में नहाकर आई है।। साक्षात दुर्गा-लक्ष्मी की अवतार है बेटी। जीवन में खुशियों सौगात मेरे घर आई है।। नितेश सागर