हज़ार ख़्वाहिशों का बोझ लिए चलते हैं, हजार ख्वाहिशों का बोझ लिए चलते हैं रोज बुझा करते हैं अरमां रोज नए जलते हैं आँखों का सपना तो बस सपना ही रहा करता है फिर भी सबकी आँखों में रोज नए पलते हैं #life #nojotoapp #muditpandey #