समझ सको तो समझो जीवन का यथार्थ परमार्थ में भी है छिपा आदमी का स्वार्थ जीवन समर में कृष्ण नहीं आएंगे हर बार इस जंग में तुम सारथी हो स्वयं के हे पार्थ! -सरिता मलिक बेरवाल ©Sarita Malik Berwal #parth