मन रिक्त हुआ है अभी अभी नई आस नई प्यास जगी है अभी अभी भूतपूर्व दिनों. की दिवंगत स्मृतियों को चिता पऱ चढ़ा कर आया हूँ मै अभी अभी उम्मीद करता हूँ अब वे लौट कर आ नही पाएंगी कभी भी फिर भी न जाने क्यों है मुझेआस किसी अजनबी स्मृति के लौट आने की ©Parasram Arora दिवंगत स्मृतिया #bestfrnds