(शेष अनुशीर्षक में ) कुछ गोल बटन से तुम्हारे शर्ट पे मेरी स्मृतियों के तागे से टाके हुए लम्हें हैं ; जो कभी उधड़ के छिटक जाते, गुम हो जाते, कहीं गिर जाते।