राह ए सुखन में इंतज़ार हाय तौबा। एक बेवफा से प्यार, हाय तौबा। वो मुड़ मुड़ के देखना उनको। उनसे मीठी तकरार ,हाय तौबा। वो बेवजह ही उनका रूठ जाना, वो मेरी मनुहार ,हाय तौबा। वो मेरा अंदाज़े इज़हार, वो उनका इनकार, हाय तौबा।। यूं तो जन्मों भी जी लू मैं। उनके संग एक बार, हाय तौबा।। वो मेरा चाहना ,मशहूर हो जाऊं। वो उनका दुष्प्रचार,हाय तौबा। वो मासूमियत से भरा चेहरा, उस पे अँखियों के वॉर,हाय तौबा।। #AAWAAZ #imsgzb #Kavyapankh #Shayari