ममता रास्ता देखती हूँ मैं आज भी उसका सायद वो लौट आए एक अरसे से देखा नही उसको सायद वो कही दिख जाए जाने किस बात पे है रूठा वो मुझसे सायद अब मान जाए कभी कहे नही हालात अपने उससे कहीं उसे तकलीफ कोई ना हो जाए मै उस बूढी माँ की कमजोर आंखें हूं जो आज भी राह निहारे अपने लाल का सायद वो लौट आए ©Ankur Mishra #रास्ता_देखती_माँ #ममता