एक प्रीत जीवन से मैं जोड़ दूँ सब नाते वफ़ा से मैं तोड़ दूँ मान लूँ हूँ गलत मैं और तू सही नाम तेरा लबों से मैं छोड़ दूँ अब ना आएंगे उन गलियों में सनम जहां बातें प्रेम की अक्सर होती रही हो गए हैं रुखसत हम अपनी रूह से तेरी बातों में अब ना खोएंगे हम किस्सा तेरा मेरा है फंसीं मझदार सा ना निकल पाए ना डूबना चाहें कोई तुमसा मिले जो हाथ थाम ले तुम्हारे सिवा ना किसी को भी चाहे फुरकत की तपिश में जलते रहे तस्कीन इश्क़ में मिली ही नही नायब मोती गिरते हैं मेरे चश्म से तन्हाइयों में यादें आती रहीं कोई क़ासिद बने मेरे प्रेम का जा खत मेरा तुम्हे जाकर के दे खो चुकी है जो मेरी तबस्सुम कहीं कोई वापस तुमसे लाकर के दे #NojotoQuote Good night frnds