Nojoto: Largest Storytelling Platform
dewanshsharma2999
  • 18Stories
  • 81Followers
  • 95Love
    0Views

Dewansh Sharma

चाह दूसरा कुमार विश्वास बनने की नही बल्कि पहला देवांश बनने की होगी

  • Popular
  • Latest
  • Video
d5799cbe4aefb7d7ba0beed127bad873

Dewansh Sharma

Day and Night ये दिन और रात भी देते हैं इश्क़ की गवाही
एक दूजे से दूर रहकर भी एक दूजे को पूरा करते हैं

d5799cbe4aefb7d7ba0beed127bad873

Dewansh Sharma

Bond मोहब्बत अगर आसान होती ,तो यूँ रह ना जाते हम
होता इश्क़ मुकम्मल मेरा, सह लेते सारे सितम

d5799cbe4aefb7d7ba0beed127bad873

Dewansh Sharma

Heaven  इश्क़ का पाठ क्या खूब पढ़ाया तुमने

खिले हुए एक फूल को मुरझाया तुमने इश्क़

इश्क़

d5799cbe4aefb7d7ba0beed127bad873

Dewansh Sharma

जिन गलियों से होकर निकलनी थी मोहब्बत की डोली,
आज उन गलियों से मोहब्बत के जनाजे निकल रहे हैं। love

love #Quote

d5799cbe4aefb7d7ba0beed127bad873

Dewansh Sharma

जिन गलियों से होकर निकलनी थी मोहब्बत की डोली,
आज उन गलियों से मोहब्बत के जनाजे निकल रहे हैं। love

love #Quote

d5799cbe4aefb7d7ba0beed127bad873

Dewansh Sharma

वो प्रलय का प्रचंड रूप,वो भोला भंडारी है।
हाथों में जिसके रहता डमरू,करता नन्दी की सवारी है।
जो भी भक्त गया शरण मे,उसकी दुनिया सँवारी है।
मेरे बाबा भोले की,महिमा बड़ी ही प्यारी है।


प्रसाद रूप में भंग चढ़ा,राखों से अभिषेक किया
जिसने ध्याया ॐ का जाप,भोले ने उसको नेक दिया।
करते वरदानों का दान,भोले हरते सारे दुखड़े।
ऐसे हैं मेरे सदाशिव,ऐसे है मेरे भोले।


सावन सोमवार में पूजन हो,बेल धतूरा चढ़ता है।
मेरा भोला सोमवार के दिन,हर घर मे पूजता है।
असुरों का सँहारक वो,देवों की भी रक्षा करता है।
मेरे भोले बाबा को,हर देव नमन करता है। ॐ नमः शिवाय।।

ॐ नमः शिवाय।।

d5799cbe4aefb7d7ba0beed127bad873

Dewansh Sharma

जब बाइस बरस की कन्या से ,दिल बीस बरस का लग जाये।
दिल से होता शोरगुल,और नैनो से नैन लड़ जाए।
कैसे करते लोग इस बात पर प्रलय,बात समझ न ये आये।
दिल के इस भोलेपन पे,हम यूँ ही मर जाएं।
जब बाइस बरस की....

उन लहराती जुल्फों में, हर आशिक़ डूब जाता है।
उन नयनो की मधुशाला पी,हर नशा उतर जाता है।
घण्टों-घण्टों तक बतियाना ,इतना समय कहाँ से लाएं?
बात आती हो जब प्रेम की,24 घण्टे भी कम पड़ जाएं।
जब बाइस बरस की....


जब लड़का हो science साइड,और वो B.A की छात्रा हो।
लगता जैसे फ़ारसी शब्दों में ,कोई हलन्त की मात्रा हो।
उम्र में छोटा लड़का बात सभी अब बतलायें।
प्रेम के इस samester में,अच्छे अच्छे फेल हो जाएं।
जब बाइस बरस की...

पहले करते नोक झोंक तीखी,फिर महबूब बन जाते हैं।
प्रेम के चक्कर मे पड़कर,उम्र भी भूल जाते हैं
टूट जाते हैं ऐसे मिलन,दिल को कैसे समझाए?
पाते हैं जो प्रेम-दर्द ,वो प्रेमगीत कैसे गायें।
जब बाइस बरस की..... love never see age difference

love never see age difference

d5799cbe4aefb7d7ba0beed127bad873

Dewansh Sharma

Daughter वाह बेटी वाह तूने नाम कर दिया
अपने पिता को तूने बदनाम कर दिया
कदमों को तेरे जिस्बे चलना सिखाया था
भाग दौड़ भरी जिंदगी में जिसने लड़ना सिखाया था 
उस पिता का जीतेजी काम तमाम कर दिया
वाह बेटी वाह...

कहती है तुझे उस बाप से खतरा है
तेरे रोम रोम में जिसके खून पसीने का कतरा है
तेरी खुशियों के लिए ना जाने कितनी रात ना वो सोया होगा
तेरे लिए जिसने अपना सुख चैन खोया होगा
उस पिता को क्यों तूने बदनाम कर दिया 
वाह बेटी वाह....

क्या सोचती हो वो चैन से जी रहा होगा
अपने आंसुओं को वो अंदर ही अंदर पी रहा होगा
क्या सोचती हो वो तेरी खुशी पूरी ना करता
एक बार तो कहती वो जमाने से भी लड़ता
जीना उस बाप का तूने हराम कर दिया
वाह बेटी वाह...

बाप था वो बाप का हर फ़र्ज़ निभाना चाहता था
बेटी वो तुझको दुल्हन बनाना चाहता था
तेरी उम्र के साथ उसने सपने सँजोये होंगे 
करेंगे एक दिन बेटी को विदा ये सोच रोये होंगे
उन सपनो का तूने कत्ले आम कर दिया
वाह बेटी वाह तूने नाम कर दिया। वाह बेटी वाह

वाह बेटी वाह #poem

d5799cbe4aefb7d7ba0beed127bad873

Dewansh Sharma

थोड़ा तू ठहर जाता तेरे नाम ये समा कर देता
मैं अपने दिल के अल्फ़ाज़ों को तुझसे बयां कर देता
थोड़ा तू ठहर जाता...
चेहरे पर खुशी थी मेरे दिल मे नमी थी
तू ही जान थी मेरी ये क्यों ना समझी थी
थम सा जाता वो पल तो मैं तुझको समझा देता
थोड़ा तू ठहर जाता...
माना डर था तुझे अपनो से दूर होने का
अपने घर वालों का गुरूर खोने का
मगर एक बार समझ जाता तो तेरे नाम ये निशा कर देता
थोड़ा तू ठहर जाता...
गरजते बादलों से भी शोला भड़का था
प्रेम से हुआ प्रेम जुदा कैसे सह सकता था
मान लेता प्रेम तो तुझपर जान निशार कर देता
थोड़ा तू ठहर जाता... miss you Namita Writer Kalyani Shukla Mukesh Poonia Brajesh Kumar Pandey

miss you Namita Writer Kalyani Shukla Mukesh Poonia Brajesh Kumar Pandey #poem

d5799cbe4aefb7d7ba0beed127bad873

Dewansh Sharma

The story is, कुछ मजबूरी के खातिर घर से निकलना पड़ता है
हर ठोकर को सहकर चलना पड़ता है
बेबस और लाचार सा एक मजदूर हूँ मैं
मजबूर हूँ मैं.......

चलते चलते राहों में कोई भी अपशब्द सुना जाता है
उठाकर अपना हाथ कुछ दर्द थमा जाता है
अपनी बेबसी में कुछ इस क़दर मगरूर हूँ हैं
मजबूर हूँ मैं............

चन्द पैसों के खातिर अपनो से कोसों दूर होना पड़ता है
तीज त्योहारों पर भी अश्रु लिए सोना पड़ता है
अपने अश्रुओं में ही चूर हूँ मैं
मजबूर हूँ मैं ,मजदूर हूँ मैं

जब तपती गर्मी में शरीर मेरा तप जाता है
मत पूछो मेरा हाल मेरा दर्द मुझे  बतलाता है
बच्चों की मुस्कान खातिर हो चुका दर्द से दूर हूँ मैं
मजबूर हूँ मैं,मजदूर हूँ हैं

ठंड से बचने को जब रजाइयां नसीब ना हो पाती है
मेरे प्यारे भाइयों को कफ़न की चादर थमाई जाती है
गरीबी लाचारी का एक किस्सा मशहूर हूँ मैं
मजबूर हूँ मैं, मजदूर हूँ मैं

दो पैसे ज्यादा खातिर जब अपने तन को पूरा झोंक देते हैं
साहेब उसमे भी दो आने कम करने को कह देते हैं
अपने स्वाभिमान के लिए तो एक गुरूर हूँ मैं
मजबूर हूँ मैं, मजदूर हूँ मैं।। मजदूर हूँ मैं।।

मजदूर हूँ मैं।।

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile