Happy Dussehra To All:- इक्क लख पूत सवा लाख नाती तह रावण घर दिया न बाती।। 2. राम गयो रावण गयो जा को बहो परिवार।।कहो नानक किछु थिर नहीं सुपनै जेओं संसार।। अर्थ:- जिस रावण के 1 लाख पुत्र थे और सवालाख पोते थे उसके घर मे काल ने 1 भी दीपक या बाती नहीं छोड़ा।। 2. राम जी भी काल वश हुए और रावण भी काल वश हुए जिनका कितना बड़ा परिवार था।। नानक कहे रहे हैं कि इस जगत में कुछ भी स्थिर नहीं है यानी सभी 5 तत्व काल वश हैं और यह संसार सपने की तरह ही है।। और सत्य है मन का प्रकाश व परमात्मा ब्रह्मांडीय ऊर्जा का प्रकाश।। ©Biikrmjet Sing #Dussehra