तुम्हारी लबों की थरथराती इश्क़ लिखने आया हूँ मैं, तुम्हारी आँखों के कोरों का काजल लिखने आया हूँ मैं! __प्रेम__निराला__ तुम्हारी लबों की थरथराती इश्क़ लिखने आया हूँ मैं, तुम्हारी आँखों के कोरों का काजल लिखने आया हूँ मैं! __प्रेम__निराला__