Nojoto: Largest Storytelling Platform

"मै और तुम" है कमलेश दो बदन जिन्हे खींचते है एक दू

"मै और तुम" है कमलेश दो बदन
जिन्हे खींचते है एक दूजे के मन।

प्यार, मोहब्बत, इश्क, है अल्फाज़
भोगने का खेल है नहीं समझे समाज
किसी को भाता नहीं उजड़ा चमन 
 "मै और तुम" है कमलेश दो बदन.

बदन को पाने के लिए , करना तारीफ
सच से रूबरू होने पर होती तकलीफ
दुनियाँ सच को जानने का, कहां करें जतन
"मै और तुम" है कमलेश दो बदन।

©Kamlesh Kandpal
  #MeandYou