God कैसे दूर रहू में उसे खुदा जो मेरी पहली चाहत है। चाहे मत लिख तू उसे मेरी तकदीर में मगर उसे पाने की एक उमीद तो ज़िंदा रहने दे। पाने की उमीद#shayari #poetry