Nojoto: Largest Storytelling Platform

पल्लव की डायरी लालचो के जाल में दुनियाँ खूब फँसा

पल्लव की डायरी
लालचो के जाल में 

दुनियाँ खूब फँसाती है

आजाद ना हो जाये कोई वंदा

रीत रिवाजो की दीवारों खड़ी कर

कर्तव्यों की घुट्टी पिलाती है

उन्मुक्त ना हो जाये प्राणी

मोह माया के जाल बिछाती है

क्रिया कर्म के नाम पर

जिंदगी ढली जाती है
                                 प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"
  #WinterEve उन्मुक्त ना हो जाये कोई प्राणी
#nojotohindi

#WinterEve उन्मुक्त ना हो जाये कोई प्राणी #nojotohindi #कविता

914 Views