आँखों की नमी करवट बदल रहें हैं पर न जाने क्यों लफ्ज़ खामोश हैं | आँखों की नमी करवट बदल रहें हैं , नज़रों में हिचकीचाहट, लफ्ज़ो की खामोशी, मानो रिशतों के बदलते पहलू बया कर रहे हैं | टूटा खामोशी भी तो, हर शब्द आज मतलब बदल रहे हैं | #बदलते_रिशते #बदलते_लोग #hindishayari #hindiquotes #lifequotes