Nojoto: Largest Storytelling Platform

जिस्म की बाज़ारी मोहब्बत में.... रूह की नुमाइश कर

जिस्म की बाज़ारी मोहब्बत में....
रूह की नुमाइश कर बैठी थी..
समझ सकेगा कोई मेरी रूहानी मोहब्बत को....
ऐसी ख्वाइश कर बैठी थी.....

©Madhuri Arya
  #hand