दूरियां..... किसी से कई महीने ,कई सालों तक दूर रहकर भी... अपने मन में उसके लिए प्यार ज़िंदा रखना/ उसके लिए ईमानदार रहना कोई बड़ी बात नहीं हैं... बशर्ते.... सामने वाले के मन में भी हमारे लिए... वही निश्छलता पूर्वक सभी भाव हो.... मगर सामने वाले के मन में ,अगर ये भाव उल्टे पड़ गए... तो जलकर, घुनकर,पीसकर हर पल मरते रहना भी पड़ जाता है... कौन कहता है??दूरियां से दूरियां बढ़ती है.... दूरी जितनी लंबी हो करीबियां उतनी ही बढ़ती है.. बशर्ते सामने वाले को रिश्ते का .... असली मतलब पता हो..... ©purvarth #प्रेम #दूरियां_एहसास_है_मिलने_तो_आओ_कभी