" नफस में तेरी एहसास भर रहा हूं , तु दिखे तो सही वो अंदाज भर रहा हूं , कैफियत के ख्यालों की क्या बात करते हो , ख़्वाबीदा हो या अजल हो मैं तेरे रकीब हैं ." --- रबिन्द्र राम " नफस में तेरी एहसास भर रहा हूं , तु दिखे तो सही वो अंदाज भर रहा हूं , कैफियत के ख्यालों की क्या बात करते हो , ख़्वाबीदा हो या अजल हो मैं तेरे रकीब हैं ." --- रबिन्द्र राम #नफस #एहसास #अंदाज