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White सुबह अँधेरी दिन अंधेरा शाम अँधेरी लगती है

White  सुबह अँधेरी दिन अंधेरा शाम अँधेरी लगती है 
उसके आने मे भला अब बहुत देरी लगती है 

सुलझा सुलझा के रखता हूँ दिल के रिश्तों को बहुत 
फिर भी क्यूँ दिल के रिश्तों मे एक पहेली लगती है 

उसके बिना कोई दिन होता नहीं अब मेरा 
उसके बिना ये जिन्दगी बहुत अकेली लगती है 

दुनियाँ के इस मेले मे कहाँ ढूँढू अब उसे 
ये खुशियाँ भी अब मुझे कोई गम की सहेली लगती है 

Good Morning  !!
Care and Take Care !!

©Ravikant Dushe
  #wallpaper  Neel Sharma_N Sangeet... Parul (kiran)Yadav vineetapanchal