Nojoto: Largest Storytelling Platform

कब कहां कैसे बिछङ गए अपने मै समझ ही नहीं पाई शायद

कब कहां कैसे बिछङ गए अपने
मै समझ ही नहीं पाई

शायद मुझमे ही कोई कमी रही
होगी

वर्ना मेरे फहरिस्त मे सितारे
हुआ करते थे

मै जार जार रोई
 ख़ुद को फिर से एक बार 
दफन की ख़ुद मे 

और करवा मुझे जलाता चाला गया....

©chandni #दूरिया
कब कहां कैसे बिछङ गए अपने
मै समझ ही नहीं पाई

शायद मुझमे ही कोई कमी रही
होगी

वर्ना मेरे फहरिस्त मे सितारे
हुआ करते थे

मै जार जार रोई
 ख़ुद को फिर से एक बार 
दफन की ख़ुद मे 

और करवा मुझे जलाता चाला गया....

©chandni #दूरिया