Nojoto: Largest Storytelling Platform

कोशिश तो बहुत की उसने तोड़ने की हम सब को शाम, दाम

 कोशिश तो बहुत की
उसने तोड़ने की हम सब को
शाम, दाम, दंड, भेद सभी अपनाएं
कामयाबी बस उतनी ही मिली
जो हमारे एक प्यादे ने विभीषण
का था फर्ज निभाया।
आज नहीं तो कल उसकी
गद्दारी उसे रुलाएगी।।

©Sunita
  #नाकामकोशिश