मॉब लिंचिंग पशुविक वृति द्वारा जब इंसान पीटे जा रहे थे, देश के सिपाही तमाशा कैसे देख पा रहे थे? जानवरों से अपने प्राणों को बचाने के यत्न में, काँपते पाँव भी तो ठीक से न चल पा रहे थे। कभी सोचा न होगा कि मृत्यु इस तरह आएगी, यूँ हैवानियत इंसानियत पर भारी पड़ जाएगी। इतनी बेरहमी से मारा, तुमको तरस नहीं आया? क्यों खुदा ने उनमें तुझे भाई-बाप नहीं दिखलाया? ऐसे दुष्टों को जितनी मिले सज़ा उतनी ही कम है, हमारे कानून की परीक्षा है कि इसमें कितना दम है। पालघर मॉब लिंचिंग पर ऐसा इतिहास बन जाये, कोई फिर कभी ऐसी घटना को अंजाम न दे पाए। हरप्रीत कौर घुनस #पालघर