हिंदी दिवस अ,आ,इ...क,ख,ग... शुरू में पढ़ी थी, उसके बाद सबसे मुश्किल बारह खड़ी थी। एक,दो,तीन तो जैसे तैसे आ ही गए थे, पर पहाड़ा याद करने में दिक्कत बड़ी थी। याद तो करना ही था,करते भी न कैसे, मास्टर जी के हाथ में हर समय छड़ी थी। मासूम बचपन था,थोड़ी सी हड़बड़ी थी, कुल मिलाके,दिल लगाके,हिंदी पढ़ी थी।। अ,आ,इ #हिंदी #हिंदीदिवस #बचपन #nojoto #Comedy