Unsplash मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि भगवत गीता का यह श्लोक भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को कहा था. इसका अर्थ है कि कर्म पर ही तुम्हारा अधिकार है, कर्म के फलों में नहीं. इसलिए कर्म करते रहो और फल की चिंता मत करो. ©संस्कृत भाषा ( शिक्षक ) Facebook pages #traveling