पुलवामा attack 14 फरवरी 2019 पर आक्रोशित होकर यह कविता लिखी है। अल्फाजों से ही नहीं अब हथियारों से भी बात करो। हर आतंकी की लाशों को भी उतार मौत के घाट करो। चप्पा-चप्पा कोना-कोना ढूंढ ढूंढ कर वार करो। गोली गोला पिस्तौल राइफल अस्त्र शस्त्र सब तैयार करो। खुल्लमखुल्ला छापेमारी कोई भी विधि हर विधि प्रयोग प्रहार करो। न ही जिंदा न अधमरा, पूरी आत्म का निर्वाण करो। लेकर प्रतिशोध शहीदों का,भारत माँ का स्वाभिमान धरो। अंबुज सा गरजो दामिनी सा कड़को गद्दारों का संहार करो। भारत माँ के वीर सपूत परचम ए तिरंगा फहराव करो। जय हिंद, वन्दे!मातरम! आशीष द्विवेदी ©Bazirao Ashish जो शहीद हुए हैं उनकी ज़रा याद करो कुर्बानी........ जय हिन्द