बड़ी हो गई हूँ मैं, हर कोई ये बतलाता है।। कितनी हैं जिम्मेदारियां मेरी, हर कोई गिनाता है।। पर साथ आपके ये दिल फिर बच्चा बन जाता है।। हर जिम्मेदारी का बोझ, छूमन्तर हो जाता है।। करते हैं ख्वाइश भगवान से जो, वो सब आपसे मिल जाता है।। एक पिता के रूप में हर बच्चा समस्त जहाँ पाता है।। #paruldiaries#पिता#