दिल्ली सरकार और दिल्ली के उपराज्यपाल के बीच रोजाना का झगड़ा सास बहू वाला हो गया है केंद्र और दिल्ली में पहले भी विपरीत दलों की सरकारें रही है लेकिन ऐसी किस-किस कभी नहीं देखी जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी और दिल्ली में भाजपा के मदन लाल खुराना वह बाद में शहीद सिंह विमान मुख्यमंत्री हुए पर कभी किसी बात पर सार्वजनिक ज्ञान मतभेद नहीं हुआ यह किसी के दौर किसी का कार्य अनावश्यक श्रेय लेने का प्रयास नहीं किया गया बाद में जब केंद्र में भाजपा की सरकार आई तो दिल्ली में शीला दीक्षित कांग्रेस की मुख्यमंत्री हुई वह समय भी इतनी खींचातानी देखने को नहीं मिली आम आदमी पार्टी के सर्व सर्व अरविंद केजरीवाल केंद्र सरकार से उछलकर सुर्खियों में रहना चाहते थे स्वयं को भी 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष के संभवत प्रधानमंत्री विवाद के रूप में प्रस्तुत करना चाहते थे ऐसी आशंका रखवा ना वैसे तो कोई बुरी बात नहीं है लेकिन मैं रोज-रोज के झगड़ों से नीति नहीं सर्वजनिक पर संतों खड़े ना करें ©Ek villain #City #नित नए सार्वजनिक प्रसन्ना खड़े करें