दिल सूखे गुलाब सा मुरझाया क्यूँ है शाख से तोड़ कर मुझे गिराया क्यूँ है गुस्ताखी है या कोई दुश्मनी है मुझ से दोस्त बना मुझे दुश्मनों में लाया क्यूँ है FULL READ IN CAPTION 👇 * गुलाब की तरह * दिल सूखे गुलाब सा मुरझाया क्यूँ है शाख से तोड़ कर मुझे गिराया क्यूँ है गुस्ताखी है या कोई दुश्मनी है मुझ से दोस्त बना मुझे दुश्मनों में लाया क्यूँ है