हम दिवाने क्योँ तुम्हारे हैं सनम जानकर भी जानते नहीं हैं हम देखें तो देखते रहते हैं हम जानकर भी जानते नहीं सनम। । दिल की बेचैनी मे चैन नहीं सनम जानकर भी जानते नहीं हैं हम दिन भी तेरा रात भी तेरी सनम जागते सोते भी तेरे हैं हम।। साँस में भी याद मे भी तुम सनम जाने किस नशे मे रहते हैं हम याद तेरी है नशा या सूरत सनम जानकर भी जानते नहीं हैं हम।। (रैप) जब भी तु मिलती है प्यार से देखता हूँ आहें भी भरता हूँ आँखे भी सेकता हूँ बस ये जान ले तू तुझी पे मरता हूँ।। दौड़ते हैं लोग मेरे आगे पीछे और मैं दौड़ूं तेरे आगे पीछे।। तू नहीं जानती है न ही मानती है दिवाना हूँ तेरा पागल तू मानती है। न कर न कर छेड़खानी तू बन जा मेरी अब रानी तू महलों मे तूझको बिठाऊँगा फूलों से तूझको सजाऊंगा।। आ जा आ जा मेरी बाहों मे बैठ जा दिल मे निगाहों से आश भी तू विस्वास भी तू भूख भी तू मेरी प्यास भी तू।। लेखक मदन ©Madan Mohan हम दिवाने क्योँ तुम्हारे हैं सनम जानकर भी जानते नहीं हैं हम देखें तो देखते रहते हैं हम जानकर भी जानते नहीं सनम। । दिल की बेचैनी मे चैन नहीं सनम जानकर भी जानते नहीं हैं हम दिन भी तेरा रात भी तेरी सनम