अधूरा प्रेम आत्मा परमात्मा में द्वंद हो तो हम ये अपना दर्द अब किसको सुनाए तुम हमारी शिल्प के आधार हो तो हम तुम्हे अपना सनम कैसे बनायें आत्मा परमात्मा में द्वंद हो तो हम ये अपना दर्द अब किसको सुनाए तुम हमारी शिल्प के आधार हो तो हम तुम्हे अपना सनम कैसे बनाये