कहां लिखाइस जग मे, "साथ "होने ही है साथ !! लिखा कहां , इस जग मे "प्यार" बस स्पर्श का एहसास!! कहां लिखा, इस जग में, पास होना ही है "खास" !!! कहां लिखा है , इस में थामे "उंगली "सदैव वोही पिता का है अवतार !!! कहां लिखा इस जग मे पाख" रूह" भी भला है कोई एहसास!! कहां लिखा, इस जग मे गर्व बस , जीत के है साथ!!! कहां लिखा ,इस जग में इंतज़ार पिता का नहीं है कोई "प्यार" नहीं है कोई प्यार!!!!! कहां लिखा इस जग में पिता से दूर होना है दुर्भाग्य की बात!!!! for my father