Nojoto: Largest Storytelling Platform

आज क्या लिखूं निशब्द हूँ मैं इस घिनौने कृत्य से स

आज क्या लिखूं निशब्द हूँ मैं 
इस घिनौने कृत्य से स्तब्ध हूँ मैं
निराश हूँ आज अपने हिंदुस्तानी होने पे
निराश हूँ आज पुलवामा में अपने जवानों के एक कहानी होने पे
सुबह तक जिनके कंधो पे तिरंगा था
शाम ढले उनका ही शरीर चीथड़ों में आधा नंगा था
कैसे देंगे हम जवाब इन जवानों के परिवार को
इस शहादत का बदला तो लेना होगा सरकार को 
वो अकेला लड़ ना पायेगा 
हमें भी वार करना होगा
इन कुत्तो के सर काटने को
अब हमें ही तलवार बनना होगा
""तुम राख हो चले हो मेरे जवानों 
वो उसी राख़ से बारूद बनायेगा
कसम है तुम्हारे खून के एक एक कतरे की
वो उसी बारूद से एक एक आतंकी को ज़िंदा जलायेगा""


©कपिल
 #NojotoQuote श्रद्धांजलि
आज क्या लिखूं निशब्द हूँ मैं 
इस घिनौने कृत्य से स्तब्ध हूँ मैं
निराश हूँ आज अपने हिंदुस्तानी होने पे
निराश हूँ आज पुलवामा में अपने जवानों के एक कहानी होने पे
सुबह तक जिनके कंधो पे तिरंगा था
शाम ढले उनका ही शरीर चीथड़ों में आधा नंगा था
कैसे देंगे हम जवाब इन जवानों के परिवार को
इस शहादत का बदला तो लेना होगा सरकार को 
वो अकेला लड़ ना पायेगा 
हमें भी वार करना होगा
इन कुत्तो के सर काटने को
अब हमें ही तलवार बनना होगा
""तुम राख हो चले हो मेरे जवानों 
वो उसी राख़ से बारूद बनायेगा
कसम है तुम्हारे खून के एक एक कतरे की
वो उसी बारूद से एक एक आतंकी को ज़िंदा जलायेगा""


©कपिल
 #NojotoQuote श्रद्धांजलि
nojotouser4956844455

कपिल

New Creator