अब इस शहर में हादसें खास होते हैं, अक्सर फेलियर पप्पू ही पास होते हैं। जुगाड़ वाले ही कामयाब होते हैं यहां, जिनका जुगाड़ नही वो निराश होते हैं। वैसे तो कोई भी दिल छोटा नही करता, वक्त के मारे ही अक्सर उदास होते हैं। लाख गम सह कर भी कायम जिंदगी, जीना ही पड़ता जब तक सांस होते हैं। जिसने भी हार स्वीकार नही की रैना, निसंदेह उसके ही सफल प्रयास होते हैं। ...... रैना....।।। ©Rajinder Raina हादसें