White कोई खास बन रहा है एहसास बन रहा है अनजान सारी राहों में मेरे साथ चल रहा है मेरे सभी जज्बातों का अलफाज बन रहा है खुशबु मिजाज़ बन के मेरी सांस ढल रहा है किस नाम से पुकारूँ मैं वो बेनाम चल रहा है क़दम क़दम यक़ीन बन मंज़िल सा चल रहा है हर सुबह अरदास में इक़रार बन रहा है ©सुरेश सारस्वत #GoodMorning