रूठना-मनाना यूँ रुठना-मनाना चलता रहता है, यूँ जितना-हारना चलता रहता है, उसके इश्क़ में इतनी बार मरे, अब साँसों का आना-जाना चलता रहता है। आना-जाना, रुठना-मनाना, ख्वाबो का सताना।