Alone यूँ ना रहेगी मुझसे दूर ,हर ख्वाब में उसे आना है मेरी मोह्हबत मेरी आरज़ू ,मेरी धड़कन में समाना है वीरान शहर सा हो जाता हूं तेरे बिना इस जहां में तब बहती हवा सा चला आता हूं तेरी पनाह में वो राह न चलूं जो तुझ तक न जाये तुझ बिन हर लम्हा मुझे मुझी में उलझाए हर उलझन सुलझा के तुझे अपनी मंजिल बनाना है तुहि मेरी जमीं , मेरा आसमां, मेरा आशियाना है । #kuch mja to h tere intjar me..