कुछ कलियां इश्क की कुछ तितलियां पतवारों की कुछ बैसाख के बूंदों की कुछ एहसास उसुलो की कुछ राख मसान की कुछ खामोशी बादलों वाले धूपो की कुछ मुस्कान चांदनी के बेलों की कुछ रुखसत लतीफों की कुछ अल्फाज संगीतो की कुछ छुपी ओस की बूंदों की कुछ अपूर्ण शब्दों के मेलों की कुछ सम्पूर्ण सुनहरे फेरों की कुछ आशाओं के किरणों की कुछ छुपी हुई तस्वीरों की कुछ चुभे पांवों में किलों की कुछ हरियाली सी खेतों की कुछ बोलीं मीठेपन की कुछ अपनापन पराए की कुछ तेरे होठों के मुस्कान की कुछ तेरे रुठे हुए चेहरे की कुछ इल्मो इबादत आहट की कुछ फरियादी मेरे चाहत की कुछ कमियां रह जाएं कहने की कुछ जख्म शहादत की कुछ ना कहने की आदत थी कुछ ना कहने की आदत थी कुछ छुपी हुई सी चाहत थी कुछ छुपी हुई सी चाहत थी। कुछ इस तरह