तुम कभी सकारात्मक* सोचकर देखना काँटों के रूप में तुम्हे पहरेदार दिखेगा । वो जिनको चुभा है गाली दे के निकले हैं, गुलाब टूटने से बचेगा तो खिलखिलाता दिखेगा। *positive