ये इश्क़ है जनाब... कहीं भी उग आता है इसे फेंको या सींचो कहीं भी पनप जाता है परजीवी है ना इसे तो बस सतह चाहिये पारुल शर्मा #hearts ये इश्क़ है जनाब... कहीं भी उग आता है इसे फेंको या सींचो कहीं भी पनप जाता है परजीवी है ना इसे तो बस सतह चाहिये