" हर सुबह पहली फूरसत में तुम से मिलने आयेंगे , अब बात कुछ भी हर बात तुम्हें जातायेगे , रस्मे मुहब्बत कुछ भी हो तेरे खातिर , हर रस्म तेरी आंखों से लगायेंगे . " --- रबिन्द्र राम " हर सुबह पहली फूरसत में तुम से मिलने आयेंगे , अब बात कुछ भी हर बात तुम्हें जातायेगे , रस्मे मुहब्बत कुछ भी हो तेरे खातिर , हर रस्म तेरी आंखों से लगायेंगे . " --- रबिन्द्र राम #सुबह #फूरसत #मुहब्बत #खातिर #रस्म #आंखों