दिल भीगा फ़िर जब इश्क़ में तब तुझे लिखूंगा सोचा था, घाव लगेगा फ़िर से मुझको मैंने ऐसा कभी न सोचा था, सोचा था के तुझसे मिलना मेरी दवा है पहले वाले की, ज़ख्म कुरेदेगी तू और गहरा मैंने ऐसा कभी न सोचा था। ©Akash Kedia #Yaatra #Ghav #Dil #zakhm #Dard