Nojoto: Largest Storytelling Platform

काम जबसे निकल गया होगा उसका चेहरा बदल गया होगा डु

काम जबसे निकल गया होगा
उसका चेहरा बदल गया होगा

डुबाके उसको ये जबाब मिला
पैर उसका फिसल गया होगा

मेरी अच्छाइयों को ही शायद
कोई तक्षक निगल गया होगा 

जान देना था.   जरुरी तो नहीं
खाके ठोकर संभल गया होगा

तुमने सोचा वो सही हो शायद
मन तो मन है मचल गया होगा

©Nandkishor Yadav
  हमारे गुरदेव की लाइने

हमारे गुरदेव की लाइने #शायरी

46 Views