गुरमुख जन बताते हैं कि साधु संतो को असल में माथा टेकना क्या होता है वह है परमात्मा के नाम को ध्याना जो के साधू संत अपने मुख कमल से देते हैं।। बाकी उनकी बात न मान कर सिर्फ शारीरिक तौर पर माथा टेकना सब ऊपरी दिखावा है, वह दिल से प्यार करना नहीं हुआ।। ©Biikrmjet Sing #साधुओं_के_आगे_निवना_क्या_है