तुमने जब मुँह फेर लिया अपने ही बातों से, क्यों खेलती रही हर वक्त मेरे ही जज़्बातों से । तुमको हमने अपना दिल दिया तुम मेरी चाहत थी पर किसी के दिल से खेलना तुम्हारी फित़रत थी । मैं कतई वाकिफ़ नहीं था तुम्हारे नेक इरादों से समझ आया तुमने जब मुँह फेर लिया वादों से । #मुँहफेरलिया #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #_मधुकर